When - 10th July
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ईद अल-अधा, जिसे बकरी ईद या "कुर्बानी का त्योहार" भी कहा जाता है, दुनिया भर के मुसलमानों द्वारा मनाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण इस्लामिक त्योहारों में से एक है। यह पैगंबर इब्राहिम (अब्राहम) की अपने बेटे इस्माइल (इश्माएल) को अल्लाह की आज्ञा का पालन करते हुए कुर्बान करने की इच्छा को याद करता है। 2025 में, ईद अल-अधा शनिवार, 7 जून को मनाया जाने की उम्मीद है, जो चंद्रमा के दिखने पर निर्भर करता है। यह त्योहार हज यात्रा के समापन के साथ मेल खाता है और प्रार्थना, दान और समुदाय के लिए समर्पित है।
कुर्बानी का स्मरण:
यह त्योहार पैगंबर इब्राहिम की अटूट आस्था और अल्लाह की आज्ञा का पालन करते हुए अपने बेटे को कुर्बान करने की इच्छा को सम्मानित करता है।
हज यात्रा:
ईद अल-अधा हज यात्रा के अंत का प्रतीक है, जो इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है और जिसे लाखों मुसलमान हर साल करते हैं।
दान और साझा करना:
कुर्बानी (बलिदान) का कार्य और मांस को जरूरतमंदों में वितरित करना दान, दया और समुदाय के मूल्यों पर जोर देता है।
ईद की नमाज:
दिन की शुरुआत मस्जिदों या खुले मैदानों में विशेष ईद की नमाज से होती है, जिसके बाद आस्था, बलिदान और आभार पर जोर देने वाला प्रवचन होता है।
कुर्बानी (बलिदान):
जो मुसलमान इसे कर सकते हैं, वे पैगंबर इब्राहिम के भक्ति के कार्य को याद करने के लिए एक जानवर (आमतौर पर बकरी, भेड़, गाय या ऊंट) की कुर्बानी करते हैं।
मांस का वितरण:
कुर्बान किए गए जानवर के मांस को तीन हिस्सों में बांटा जाता है: एक परिवार के लिए, एक रिश्तेदारों और दोस्तों के लिए, और एक जरूरतमंदों के लिए।
भोजन और सभाएं:
परिवार विशेष व्यंजन तैयार करते हैं और अपने प्रियजनों के साथ भोजन साझा करते हैं, जिससे एकता और साथ की भावना बढ़ती है।
दान और अच्छे कार्य:
दान के कार्य, जैसे पैसा, कपड़े या भोजन दान करना, इस त्योहार के दौरान प्रोत्साहित किए जाते हैं।
आध्यात्मिक चिंतन: यह त्योहार मुसलमानों को उनके जीवन में आस्था, आज्ञाकारिता और बलिदान के महत्व की याद दिलाता है।
सामुदायिक बंधन: यह परिवारों और समुदायों को एक साथ लाता है ताकि वे आशीर्वाद साझा कर सकें और जश्न मना सकें।
दान और दया: कुर्बानी का कार्य और मांस का वितरण यह सुनिश्चित करता है कि हर कोई, जरूरतमंदों सहित, इस उत्सव में भाग ले सके।
ईद की नमाज में शामिल हों: दिन की शुरुआत अपने स्थानीय मस्जिद या प्रार्थना स्थल पर विशेष ईद की नमाज में भाग लेकर करें।
कुर्बानी करें: यदि आप सक्षम हैं, तो कुर्बानी करें और मांस को जरूरतमंदों में वितरित करें।
भोजन साझा करें: त्योहारी व्यंजन तैयार करें और इसे परिवार, दोस्तों और पड़ोसियों के साथ साझा करें।
दान दें: दान के कार्य करें या जरूरतमंदों की मदद करें ताकि ईद की भावना फैल सके।
प्रियजनों से मिलें: परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं और प्यार और एकता के बंधन को मजबूत करें।
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