आदि महोत्सव 2025: 16-27 फरवरी को जनजातीय विरासत, कला और संस्कृति का महाकुंभ
    February 16, 2025 

आदि महोत्सव 2025: 16-27 फरवरी को जनजातीय विरासत, कला और संस्कृति का महाकुंभ

आदि महोत्सव 2025 सिर्फ एक उत्सव नहीं है; यह भारत की जड़ों का जश्न है और इसके जनजातीय समुदायों की लचीलापन और रचनात्मकता को श्रद्धांजलि है। इस आयोजन में शामिल होकर आप न केवल जनजातीय कला और संस्कृति की सुंदरता को देख सकते हैं, बल्कि इन प्राचीन परंपराओं के संरक्षण और प्रचार में भी योगदान दे सकते हैं। 16 से 27 फरवरी 2025 को अपने कैलेंडर में चिह्नित करें और इस अद्भुत सांस्कृतिक उत्सव का हिस्सा बनें!

16 से 27 फरवरी 2025 तक, भारत अपनी जनजातीय समुदायों की समृद्ध विरासत, कला और संस्कृति को समर्पित एक भव्य उत्सव, आदि महोत्सव का आयोजन करेगा। यह उत्सव जनजातीय मामलों के मंत्रालय और ट्राइफेड (TRIFED) के सहयोग से आयोजित किया जाता है। इसका उद्देश्य भारत के आदिवासी समुदायों की अनूठी परंपराओं, शिल्प और व्यंजनों को देश-विदेश के लोगों के सामने प्रदर्शित करना है।

आदि महोत्सव क्या है?

आदि महोत्सव, जिसका अर्थ है "शुरुआत का उत्सव," एक ऐसा मंच है जो भारत भर के जनजातीय कारीगरों, कलाकारों और समुदायों को एक साथ लाता है। यह उत्सव जनजातीय समुदायों की सांस्कृतिक विविधता और पारंपरिक ज्ञान को उजागर करता है, साथ ही उन्हें अपनी कला और व्यंजनों को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता है।

आदि महोत्सव 2025 के मुख्य आकर्षण

  1. जनजातीय कला और शिल्प प्रदर्शनी:
    इस उत्सव में जनजातीय हस्तशिल्प की विस्तृत प्रदर्शनी होगी, जिसमें हथकरघा वस्त्र, बांस के उत्पाद, मिट्टी के बर्तन, आभूषण और चित्रकला शामिल होंगे। हर कलाकृति जनजातीय समुदायों की सांस्कृतिक पहचान और कलात्मक कौशल को दर्शाती है।

  2. सांस्कृतिक प्रदर्शन:
    उत्सव में जनजातीय कलाकारों द्वारा पारंपरिक नृत्य, संगीत और नाटक प्रस्तुत किए जाएंगे। ये प्रदर्शन भारत के आदिवासी समुदायों की समृद्ध मौखिक परंपराओं और कहानी कहने की कला को प्रदर्शित करेंगे।

  3. जनजातीय व्यंजन:
    आदि महोत्सव 2025 में जनजातीय व्यंजनों की एक विस्तृत श्रृंखला पेश की जाएगी। जैविक मिलेट आधारित व्यंजनों से लेकर पारंपरिक मिठाइयों और नमकीन तक, यह उत्सव जनजातीय भोजन की पोषण संबंधी समृद्धि और विविधता को प्रदर्शित करेगा।

  4. कार्यशालाएं और संवाद सत्र:
    उत्सव में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी, जहां कारीगर अपनी कला के निर्माण प्रक्रिया को प्रदर्शित करेंगे। आगंतुक जनजातीय समुदायों के साथ बातचीत कर सकते हैं, उनकी जीवनशैली के बारे में जान सकते हैं और पारंपरिक कलाओं को सीखने का प्रयास भी कर सकते हैं।

  5. हस्तशिल्प और हथकरघा स्टॉल:
    200 से अधिक स्टॉल लगाए जाएंगे, जहां जनजातीय उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध होगी। इनमें हथकरघा वस्त्र, जैविक उत्पाद, हर्बल दवाएं और पर्यावरण अनुकूल वस्तुएं शामिल होंगी।

  6. सतत विकास पर ध्यान:
    यह उत्सव पर्यावरण अनुकूल उत्पादों और प्रथाओं को बढ़ावा देकर सतत जीवन शैली पर जोर देता है। जनजातीय समुदाय लंबे समय से पर्यावरण के संरक्षक रहे हैं, और उनका पारंपरिक ज्ञान सतत विकास के लिए एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।

स्थान और पहुंच

आदि महोत्सव 2025 नई दिल्ली के एक केंद्रीय स्थान पर आयोजित किया जाएगा, ताकि देश भर से आने वाले आगंतुकों के लिए यह सुगम हो। स्थल पर बड़ी संख्या में लोगों के लिए सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जिनमें खाने के स्टॉल, बैठने की व्यवस्था और सूचना कियोस्क शामिल हैं।

आदि महोत्सव 2025 क्यों आएं?

  • सांस्कृतिक अनुभव: भारत की जनजातीय विरासत की समृद्ध झलक देखें।

  • जनजातीय कारीगरों का समर्थन: असली जनजातीय शिल्प खरीदें और उनकी आजीविका में सहयोग करें।

  • पारंपरिक व्यंजनों का आनंद: जनजातीय व्यंजनों के अनूठे स्वाद का आनंद लें।

  • शैक्षिक अनुभव: जनजातीय समुदायों की सतत प्रथाओं और परंपराओं के बारे में जानें।

177 |  February 16, 2025
International Day of Yoga, or commonly and unofficially referred to as Yoga Day, is celebrated ...
The Ministry of Tourism (MoT) held a National Tourism Conference with ...

Top travel News

बिहार उत्सव 2025: दिल्ली हाट, आईएनए में बिहार की कला, शिल्प और संस्कृति का जश्न
बिहार उत्सव 2025: दिल्ली हाट, आईएनए में बिहार की कला, शिल्प और संस्कृति का जश्न

दिल्ली हाट, आईएनए में आयोजित होने वाला बिहार उत्सव 2025 बिहार की ...

ग्रेटर नोएडा के सिटी पार्क में 28 फरवरी को आयोजित होगा भव्य फूल शो
ग्रेटर नोएडा के सिटी पार्क में 28 फरवरी को आयोजित होगा भव्य फूल शो

ग्रेटर नोएडा के सिटी पार्क में 28 फरवरी को एक भव्य फूल शो का आयोजन ...

आदि महोत्सव 2025: 16-27 फरवरी को जनजातीय विरासत, कला और संस्कृति का महाकुंभ
आदि महोत्सव 2025: 16-27 फरवरी को जनजातीय विरासत, कला और संस्कृति का महाकुंभ

आदि महोत्सव 2025 सिर्फ एक उत्सव नहीं है; यह भारत की जड़ों का जश्न ...

2 फरवरी से अमृत उद्यान के द्वार आम जनता के लिए खुलेंगे
2 फरवरी से अमृत उद्यान के द्वार आम जनता के लिए खुलेंगे

अमृत उद्यान, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांति के लिए प्रसिद्ध है, ...

Travel Insight

MICE Tourism in India
MICE Tourism in India

India is in a continual process of upgrading its MICE (Meetings, ...

Nainital and Ranikhet
Nainital and Ranikhet

We were seven boys (Vivek, Manish, Nitin, Neeraj Sharma, Neeraj ...

Camping at Deoria Tal
Camping at Deoria Tal

On 8 April 2016, Amby, Ruchika, Shibba, Saurabh, Varun and Yamini ...

Ranthambore - Jungle Safari with full adventure
Ranthambore - Jungle Safari with full adventure

We decided on a single-day trip around the Delhi circle. Amby ...

Copyright © cubetodice.com 2017