When - 31st March
Where -
All over India
ईद उल-फित्र, जिसे "उपवास तोड़ने का त्योहार" भी कहा जाता है, दुनिया भर के मुसलमानों द्वारा मनाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण इस्लामिक त्योहारों में से एक है। यह रमजान के अंत का प्रतीक है, जो उपवास, प्रार्थना और चिंतन का पवित्र महीना है। 2025 में, ईद उल-फित्र सोमवार, 31 मार्च को मनाया जाने की उम्मीद है, जो चंद्रमा के दिखने पर निर्भर करता है। यह खुशी का अवसर आभार, समुदाय और दूसरों के साथ आशीर्वाद साझा करने का समय है।
आध्यात्मिक नवीनीकरण का जश्न:
ईद उल-फित्र रमजान के पूरा होने का प्रतीक है, जो उपवास, आत्म-अनुशासन और आध्यात्मिक विकास का महीना है।
आभार और दान:
मुसलमान अल्लाह का आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने उपवास पूरा करने की शक्ति दी और ज़कात अल-फित्र देकर जरूरतमंदों की मदद करते हैं।
समुदाय और एकता:
यह त्योहार परिवारों और समुदायों को एक साथ लाता है, जहाँ वे भोजन साझा करते हैं और रिश्तों को मजबूत करते हैं।
ईद की नमाज:
दिन की शुरुआत मस्जिदों या खुले मैदानों में विशेष ईद की नमाज से होती है। इन नमाजों के बाद एक प्रवचन होता है, जो आभार, एकता और दया पर जोर देता है।
ज़कात अल-फित्र:
ईद की नमाज से पहले, मुसलमान ज़कात अल-फित्र देते हैं, जो एक अनिवार्य दान है ताकि हर कोई उत्सव में भाग ले सके।
भोजन और मिठाइयाँ:
परिवार विशेष व्यंजन और मिठाइयाँ, जैसे शीर खुर्मा, बकलावा और मामूल, तैयार करते हैं ताकि इसे प्रियजनों और मेहमानों के साथ साझा कर सकें।
नए कपड़े और उपहार:
नए कपड़े पहनना और उपहारों का आदान-प्रदान करना, विशेष रूप से बच्चों के साथ, इस त्योहार को मनाने की एक प्रथा है।
रिश्तेदारों और दोस्तों से मिलना:
मुसलमान रिश्तेदारों और दोस्तों से मिलने जाते हैं, अभिवादन का आदान-प्रदान करते हैं, भोजन साझा करते हैं और रिश्तों को मजबूत करते हैं।
सामुदायिक कार्यक्रम:
कई समुदाय मेले, कार्निवल और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करते हैं ताकि ईद उल-फित्र का जश्न मनाया जा सके।
आध्यात्मिक पूर्णता: यह त्योहार रमजान के सफल समापन का प्रतीक है, जो आध्यात्मिक चिंतन और विकास का समय है।
दान और दया: ज़कात अल-फित्र यह सुनिश्चित करता है कि जरूरतमंद लोग भी इस त्योहार का आनंद ले सकें।
सांस्कृतिक एकता: ईद उल-फित्र विभिन्न पृष्ठभूमि के मुसलमानों को एक साथ लाता है ताकि वे अपने साझा विश्वास और परंपराओं का जश्न मना सकें।
ईद की नमाज में शामिल हों: दिन की शुरुआत अपने स्थानीय मस्जिद या प्रार्थना स्थल पर विशेष ईद की नमाज में भाग लेकर करें।
दान दें: ज़कात अल-फित्र दान करें ताकि जरूरतमंदों की मदद की जा सके और सभी इस उत्सव का आनंद ले सकें।
त्योहारी भोजन तैयार करें: पारंपरिक व्यंजन और मिठाइयाँ बनाएं ताकि इसे परिवार और दोस्तों के साथ साझा कर सकें।
उपहारों का आदान-प्रदान करें: अपने प्रियजनों को उपहार और नए कपड़े देकर खुशी फैलाएं।
प्रियजनों से मिलें: परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं और प्यार और एकता के बंधन को मजबूत करें।
When - 16th May
Where -
All Over India
Buddha Jayanti, also known as Buddha ...
When - 1 - 31
Where -
All Over India
सिक्किम का ...
It is said to be Asia's largest women's market also known as ...
दिल्ली हाट, आईएनए में आयोजित होने वाला बिहार उत्सव 2025 बिहार की ...
ग्रेटर नोएडा के सिटी पार्क में 28 फरवरी को एक भव्य फूल शो का आयोजन ...
आदि महोत्सव 2025 सिर्फ एक उत्सव नहीं है; यह भारत की जड़ों का जश्न ...
अमृत उद्यान, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांति के लिए प्रसिद्ध है, ...
Copyright © cubetodice.com 2017