When:
27th Mar - 29th Mar
Where:
All Over India
27 से 29 मार्च 2025 तक मनाया जाने वाला मेवाड़ उत्सव राजस्थान के सबसे रंगीन त्योहारों में से एक है, जो उदयपुर को परंपरा और उल्लास के अद्भुत संगम में बदल देता है। यह उत्सव गणगौर पर्व के साथ मनाया जाता है और भगवान शिव व देवी पार्वती के मिलन तथा वसंत ऋतु के आगमन को समर्पित है।
मेवाड़ उत्सव की विशेषताएं
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गणगौर शोभायात्रा (28 मार्च)
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महिलाएं सोने की पालकियों में देवी गौरी (पार्वती) की सजी-धजी मूर्तियों को लेकर चलती हैं।
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मार्ग: सिटी पैलेस से गणगौर घाट (पिछोला झील) तक।
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विशेष आकर्षण: पारंपरिक गीत और झील में मूर्ति विसर्जन।
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सांस्कृतिक कार्यक्रम
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स्थल: बागोर की हवेली व फतेह सागर झील
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मुख्य आकर्षण:
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स्थानीय जनजातियों द्वारा घूमर नृत्य
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कालबेलिया जादूगर और अग्नि नृत्य
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पगड़ी बांधने की प्रतियोगिता
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वसंत बाजार
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स्थान: जगदीश मंदिर रोड
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खरीदारी:
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हाथ से बनी लघु चित्रकारी
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लाख की चूड़ियाँ और बंधनी साड़ियाँ
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राजस्थानी जूतियाँ (मोजरी)
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शाम की नाव यात्रा
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सजी-धजी नावें पिछोला झील पर तैरती हैं।
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सर्वोत्तम दृश्य: अंबराई घाट या ताज लेक पैलेस से।
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यात्रा सुझाव
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जल्दी बुक करें: सिटी पैलेस के निकट होटल जल्द भर जाते हैं।
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पहनावा: वसंत के रंगों में पेस्टल कपड़े पहनें।
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स्थानीय स्वाद: जेएमबी स्वीट हाउस पर घेवर (मिठाई) जरूर खाएं।
उत्सव कार्यक्रम
| तारीख | मुख्य आयोजन |
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| 27 मार्च | सिटी पैलेस में उद्घाटन समारोह |
| 28 मार्च | गणगौर शोभायात्रा व लोक नृत्य |
| 29 मार्च | फतेह सागर झील पर आतिशबाजी |
रोचक तथ्य: उत्सव की सजावट में 5,000 से अधिक गेंदे के फूलों का उपयोग होता है, जो स्थानीय किसानों से खरीदे जाते हैं।
विशेष जानकारी:
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स्थानीय परिवहन: उत्सव के दौरान ऑटो-रिक्शा की दरें बढ़ जाती हैं
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फोटोग्राफी: शाम 5-7 बजे सर्वोत्तम रोशनी
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सुरक्षा: भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सावधानी बरतें